मैंने मेरे जवान भतीजे के लंड से लिया चरमसुख

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45 बरस के उम्र के पड़ाव पर आ पहुंची मैं एक विवाहित महिला हूं. वैसे तो कामजीवन मैंने भर भर के जिया है; लेकिन आजकल जब भी कोई कॉलेज वाला जवान लड़का देखती हूं तो मेरी बुर में अगन सी लग जाती है. दिमाग में सिर्फ उसके तगड़े लोड़े के ख्याल आते है. मेरी एक ही इच्छा होने लगती है की किसी तरह उसके लंड को स्पर्श करने और चूसने को मिल जाए.

इसी मनोदशा में मेरी नजर मेरे ही जवान भतीजे के ऊपर पड़ी. मुझे पता था कि उसके उम्र के लड़के आंटियों के प्रति आकर्षित होते हैं. मैंने अपना कामजाल उस पर डाला और वह उसमें फस गया. अब जब भी मुझे मौका मिलता है मैं उसके तगड़े लोड़े से चरमसुख लेती रहती हूं.